tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post3684834449181347183..comments2023-06-19T02:39:24.462-07:00Comments on जिंदगी के रंग: देर से आंख खुलने का सियापा है क्या...Satyendra PShttp://www.blogger.com/profile/06700215658741890531noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-27743213336478494892007-12-03T08:39:00.000-08:002007-12-03T08:39:00.000-08:00स्वामी जी, अब मैं क्या लिखूं। मेरे नाम से गुरु ने ...स्वामी जी, अब मैं क्या लिखूं। मेरे नाम से गुरु ने लिखकर धो दिया है। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि सांप कहां है? मार्कस् वाद में, या कहीं और....Satyendra PShttps://www.blogger.com/profile/06700215658741890531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-72867052086285207372007-12-03T04:17:00.000-08:002007-12-03T04:17:00.000-08:00याद करो अिखलेश के वो शुरुआती िदन, जब वो महामना पं....याद करो अिखलेश के वो शुरुआती िदन, जब वो महामना पं. मदन मोहन मालवीय के पवॊ पऱांगण में आया था। िकतना शरीफ और नेकिदल लगता था, ठीक उसी तरह िजस तरह नक्सल आंदोलन के समय नक्सली नेता और वतॆमान में उनकी जुगाली करने वाले सबसे िशिॐत और सभ्य होने का दंभ भरने वाले वाम नेता। सारी हकीकत आपके सामने है। इसिलए फैसला भी आपको ही करना है। आस्तीन में सांप है।Satyendra PShttps://www.blogger.com/profile/06700215658741890531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-76767966717288388652007-12-03T01:18:00.000-08:002007-12-03T01:18:00.000-08:00aacha likha hai. jaari rakhe.aacha likha hai. jaari rakhe.bhupendrahttps://www.blogger.com/profile/15948834370055870221noreply@blogger.com