tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post4888526175399436180..comments2023-06-19T02:39:24.462-07:00Comments on जिंदगी के रंग: अपराध का कारपोरेटाइजेशनSatyendra PShttp://www.blogger.com/profile/06700215658741890531noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-15079557202914242062011-01-30T16:34:28.366-08:002011-01-30T16:34:28.366-08:00हमारे यहाँ एक सड़क के गड्ढे को भी ठीक होने के लिए,...हमारे यहाँ एक सड़क के गड्ढे को भी ठीक होने के लिए, उसमे किसी का गिरना ही काफी नहीं, उसे किसी बड़े न्यूज़ चैनल आना चाहिए !!Sushilhttps://www.blogger.com/profile/17065769317215313643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-49851590438135226652011-01-29T02:32:27.702-08:002011-01-29T02:32:27.702-08:00बहुत सही कहा आपने...
छपा और धड पकड़ केवल खानापूर्त...बहुत सही कहा आपने...<br /><br />छपा और धड पकड़ केवल खानापूर्ती है...चिल्लारों को पकड़ कर प्रशासन और पुलीस सीना फुलायेगी...<br /><br />बड़े लोग निश्चिंत निर्भीक रहे हैं सदा ही और आगे भी रहेंगे...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-90241249336564371842011-01-27T04:55:07.103-08:002011-01-27T04:55:07.103-08:00दुर्भाग्य है देश का कि ऐसी घटनायें हो रही हैं।दुर्भाग्य है देश का कि ऐसी घटनायें हो रही हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com