tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post7239749906090895138..comments2023-06-19T02:39:24.462-07:00Comments on जिंदगी के रंग: कितना बदल गया इंसानSatyendra PShttp://www.blogger.com/profile/06700215658741890531noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-63811820768551897992007-10-31T23:58:00.000-07:002007-10-31T23:58:00.000-07:00इन्ही जैसे मुट्ठी भर लोगों के कारण बाकी सब बदनाम ह...इन्ही जैसे मुट्ठी भर लोगों के कारण बाकी सब बदनाम होते है. आपने सही लिखा है.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-39971705592530136642007-10-31T18:30:00.000-07:002007-10-31T18:30:00.000-07:00सही, बात को प्रस्तुत किया है। हमारे पहले के गीत स...सही, बात को प्रस्तुत किया है। <BR/><BR/>हमारे पहले के गीत सच में, एक आदर्श प्रस्तुत किया करते थे। और उसमें सचचाई छिपी रहती थी।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-88063668402076438102007-10-31T11:22:00.000-07:002007-10-31T11:22:00.000-07:00कहीम पतन के किस्से हैं तो कहीं अच्छाईयों के भी. इन...कहीम पतन के किस्से हैं तो कहीं अच्छाईयों के भी. इन्हीं सब से मिलकर समाज बनता है. क्या किजियेगा!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124261744486772692.post-74514148069661991882007-10-31T07:52:00.000-07:002007-10-31T07:52:00.000-07:00बदलाव तो जीवन और प्रकृति का नियम है। इंसान का पतन ...बदलाव तो जीवन और प्रकृति का नियम है। इंसान का पतन जरूर हुआ है, लेकिन उम्मीद पर दुनिया कायम है और मैं भी कि ...<BR/>वह सुबह कभी तो आएगी....अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.com