Sunday, November 30, 2008

सोनिया जी माफ करिए- इस फैसले से हम तीनों खुश... देश जाए भाड़ में

बेचारे मनमोहन सिंह, उम्मीद थी कि सरकार उन्हें वित्तमंत्री बनाएगी और बन गए प्रधानमंत्री। सोनिया ने फंसा दिया। इतना बड़ा देश, इतनी समस्याएं। कई बार इस्तीफे की पेशकश की। लेकिन सोनिया ने स्वीकार ही नहीं किया। क्या करें। सबसे बड़ा गम तो वित्तमंत्रालय दूसरे के हाथ जाने का था। अब खुश हैं। कम से कम फिर से वित्तमंत्रालय मिल गया।
अपने भाई चिदंबरम अलग परेशान। छोटी मोटी समस्या होती तो निपट लेते। आर्थिक मंदी ने नाक में दम कर रखा है। अब बढ़िया फैसला लिया है सोनिया ने। उनको हटा दिया। प्रोमोशन भी मिली और वित्त मंत्रालय की आफत से मुक्ति भी मिल गई।
सबसे ज्यादा परेशान तो चीनी माफिया शिवराज पाटिल थे। बढ़िया धंधा पानी चल रहा था। बुढ़उती में परेशान कर दिया इस सोनिया ने। वे तो इसलिए उनके पांव पखारते थे कि धंधे में कोई सरकारी अधिकारी खलल न डाले। लेकिन ये क्या? गृहमंत्री बनाकर मुसीबत में डाल दिया। अब कहां फाइव स्टार होटल की रंगरेलियां और कहां हर विस्फोट पर उठते सवाल? कभी कभी तो बेचारे को रोना आता था कि नींद हराम कर रखी है इस विभाग ने।अब तीन के तीनों खुश हैं। देश जाए भाड़ में...

2 comments:

Udan Tashtari said...

बहुत परेशानियाँ हैं भाई!!

शून्य said...

कांग्रेस ने देश को बर्बाद कर के रखा है।