सरकार ने आज बताया कि देश के 48 प्रतिशत से अधिक किसान परिवार किसी न किसी रूप में ऋणग्रस्त हैं। देश के 8.93 करोड़ किसान परिवारों में से 4.34 करोड़ कर्ज में डूबे हंै।
लोकसभा में यशवीर सिंह, जया प्रदा और नीरज शेखर के प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरीश रावत ने कहा कि किसान परिवारों की ऋणग्रस्तता संबंधी राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) की 59वीं रिपोर्ट के मुताबिक ''देश के 8.93 करोड़ किसान परिवारों में 4.34 करोड़ किसान परिवार यानी 48.6 प्रतिशत के किसी न किसी रूप में ऋणग्रस्त होने की सूचना है।Ó उन्होंने कहा कि देश में किसानों की ऋणग्रस्तता के कारणों की पहचान की गई है जिसके मुताबिक इसके मुख्य कारण लगातार फसल नहीं होना, स्वास्थ्य, विवाह और अन्य सामाजिक समारोहों से संबंधित खर्च के साथ कृषि व्यवसाय में पूंजी की जरूरत या चालू खर्चो के लिए ऋण शामिल है। (नई दिल्ली, 29 नवंबर :भाषा)
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चिन्तनीय परिस्थितियों
ऋण उतारने की चिंता अलग से खाने लगती है.
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