Saturday, October 27, 2007

मांस और शराब का शौकीन बकरा




बारगढ (उडीसा)। अगर आप यह सोचते हैं कि बकरे विशुद्घ रूप से शाकाहारी होते हैं तो मंटू नामक बकरे से मिल कर आपकी धारणा गलत हो सकती है। यह बकरा न सिर्फ मांस खाता है बल्कि छक कर शराब भी पीता है।

ढाई साल का यह बकरा राजधानी भुवनेश्वर से 350 किलोमीटर दूर साना बडा ढाबा में रहता है। ढाबा के मालिक साना नाइक ने कहा कि मंटू नामक उनका बकरा जन्म से ही इस ढाबे में रह रहा है और धीरे-धीरे इस बकरे को मांसाहारी व्यंजन खाने की लत लग गई। यहां इस बकरे को प्यार से मंटू कहकर पुकारा जाता है।

इस बकरे को घास पसंद नहीं है। यहां आने वाले ग्राहक जब बचा-खुचा गोश्त या हड्डी फेंकते हैं तो बकरा कुत्ते की तरह घूम- घूम कर उसका लुत्फ उठाता है। उन्होंने बताया कि इस बकरे को बकरों और मुर्गों का मांस काफी पसंद है।

इस बकरे की यह आदत ही उसके लिए प्राणरक्षक बन गई है। उन्होंने कहा कि उसकी इस विचित्र आदत से प्रभावित होकर हमने उसे नहीं मारने का फैसला किया है।

नाइक का मानना है कि इस बकरे के अनोखेपन से प्रभावित होकर भी ग्राहक उनके ढाबे में आते हैं। बकरे ने एक-दो बार बची-खुची शराब क्या चख ली, इसे शराब पीने की लत लग गई है।

शराब पीने के बाद यह स्वभाव से बंदर बन जाता है और अपने मालिक के इशारों पर एक से बढकर एक करतब दिखाता है। नाइक ने कहा कि अगर आप इस बकरे को मुर्दा बनने का निर्देश देंगे तो यह जमीन पर ऐसे लेट जाएगा जैसे मरा हुआ बकरा लेटा हुआ हो। जब आप इसे लड़ने का निर्देश देंगे तो वह दीवारों से टक्कर मारना शुरू कर देता है।

उसकी ऐसी शरारतों से ग्राहक प्रभावित हुए बगैर नहीं रहते। ऐसे में कई ग्राहक खुश होकर उसे मांस और शराब भी परोसते हैं।

यहां आने वाले एक ग्राहक सत्य मोहंती ने कहा कि यह बकरा इस होटल में आकर्षण का केंद्र बन गया है। मैं तो इसी बकरे से प्रभावित होकर यहां मन बहलाव के लिए खाना खाने आता हूं।
(साभार ः जोश१८)

No comments: